Kanpur : धीरज चड्ढा पेशे से इंटीरियर डेकोरेटर, शराब का लती होने की बात आई सामने, BJP ने कही ये बात
सपा विधायक नसीम सोलंकी को धमकाने

नसीम सोलंकी बोलीं कि पहली बार जब धीरज चड्ढा ने फोन किया तो सिरफिरा, पागल सोच कर नजरअंदाज कर दिया था। इसी वजह से कोई कार्रवाई नहीं की। इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अभद्र टिप्पणी की तो सब्र का बांध टूट गया।
कानपुर में सपा विधायक नसीम सोलंकी को धमकाने और फोन पर अभद्रता करने वाला पेशे से इंटीरियर डेकोरेटर धीरज चड्ढा को शुक्रवार सुबह पुलिस ने दबोच लिया। स्वरूपनगर पुलिस ने आरोपी को कल्याणपुर के विनायकपुर स्थित एक घर से धर दबोचा। पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
पुलिस की जांच में धीरज के शराब का लती होने की बात भी सामने आई है। वहीं, भाजपा पदाधिकारियों ने उसके पार्टी में होने से इन्कार किया है। उपचुनाव में सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित सपा की महिला विधायक नसीम सोलंकी के धीरज चड्ढा के साथ बातचीत के दो ऑडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे
पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी
इसमें धीरज महिला विधायक से अभद्र भाषा में बात करते हुए उन्हें धमकी दे रहा है। विधानसभा उपचुनाव के दौरान भी धीरज और नसीम के बीच बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ था। ऑडियो में धीरज ने नसीम से अभद्र भाषा में बात की थी। उस दौरान पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की थी।
सपा नेताओं की तहरीर पर दर्ज हुई थी रिपोर्ट
गुरुवार को धीरज और महिला विधायक के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद आक्रोशित सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रात में स्वरूपनगर थाने पहुंचकर हंगामा किया। देर रात पुलिस ने सपा नेताओं की तहरीर पर स्वरूपनगर निवासी धीरज चड्ढा के खिलाफ मानहानि, अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने, शांति भंग करने समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की।
भाजपा से जुड़े होने की पुष्टि नहीं हुई
रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने धीरज की गिरफ्तारी के लिए स्वरूपनगर स्थित आश्रय अपार्टमेंट में उसके घर और संभावित 10 ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश दी। इसके बाद पुलिस टीम ने सटीक सूचना पर धीरज को विनायकपुर स्थित एक घर से गिरफ्तार कर लिया। धीरज की पत्नी एक स्कूल में पढ़ाती है। पुलिस की जांच में भी धीरज के भाजपा से जुड़े होने की बात की प्रथम दृष्टया पुष्टि नहीं हुई है।
धीरज चड्ढा के खिलाफ सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। जिन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई है, उसमें सात साल से कम की सजा का प्रावधान है। ऐसे में गिरफ्तारी नहीं की जाती है। शांतिभंग की धारा में आरोपी को गिरफ्तार कर एसीपी कोर्ट ने जेल भेजा है। -दिनेश त्रिपाठी, डीसीपी सेंट्रल
सहकारिता प्रकोष्ठ में प्रवक्ता पद ही नहीं होता
भाजपा वर्तमान उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी का कहना है कि धीरज का भाजपा से कोई लेना देना नहीं है। उसके भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ का पूर्व प्रवक्ता होने से भी इन्कार कर दिया। बताया कि सहकारिता प्रकोष्ठ में प्रवक्ता पद ही नहीं होता। पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व महापौर रवींद्र पाटनी, सुनील बजाज, दिनेश शर्मा ने बताया कि उनके कार्यकाल में वह पार्टी में किसी पद पर नहीं रहा।
नसीम बोलीं- जनप्रतिनिधि से ऐसा व्यवहार
सीसामऊ विधायक नसीम सोलंकी ने इस प्रकरण में कहा कि जनता उनसे उम्मीद रखती है कि वह क्षेत्र की महिलाओं की आवाज बनेंगी। जनप्रतिनिधि होने के बावजूद मेरी ही आवाज दबाने की कोशिश की जाएगी तो महिलाओं की आवाज कैसे बुलंद करेंगी? सपा प्रतिनिधिमंडल के साथ शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर से भेंट के बाद विधायक सोलंकी ने यह बात कही।
विधानसभा सदन में भी उठाया जाएगा मामला
इससे पहले कैंट विधायक हाजी मो. हसन रूमी ने पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र दिया। इसमें कहा गया कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ धीरज चड्ढा ने अभद्र टिप्पणी की है। इसके साथ ही विधायक से बात करने में असंसदीय भाषा का प्रयोग किया है। उसके खिलाफ गंभीर धाराएं बढ़ाई जाएं। विधायक सोलंकी और रूमी ने बताया कि इस मामले को विधानसभा सदन में भी उठाया जाएगा।
भविष्य में इस तरह अभद्र व्यवहार न हो
धारा 51 के तहत इस मामले की ओर सरकार का ध्यान आकर्षण कराया जाएगा, ताकि भविष्य में किसी महिला जनप्रतिनिधि से इस तरह अभद्र व्यवहार न हो। विधायकों के साथ गए सपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में सपा के वरिष्ठ नेता हाजी सरताज अनवर, महानगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद, महानगर वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव मिंटू, महासचिव संजय सिंह, बंटी सेंगर, नंदलाल जायसवाल, रजत मिश्रा, अर्पित त्रिवेदी, अरमान खान आदि रहे।
नसीम सोलंकी बोलीं- वह पागल है, कुछ भी कर सकता है
पहली बार जब धीरज चड्ढा ने फोन किया तो सिरफिरा, पागल सोच कर नजरअंदाज कर दिया था। इसी वजह से कोई कार्रवाई नहीं की। इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अभद्र टिप्पणी की तो सब्र का बांध टूट गया। उसके पास मेरा मोबाइल नंबर है। घर का पता सब रटा है। मैं अकेले बच्चों के साथ रहती हूं। वह पागल है, कुछ भी कर सकता है। मेरी जान को खतरा है। जिन धाराओं में धीरज को जेल भेजा गया है, वह हल्की हैं। उस पर गंभीर धाराएं लगनी चाहिए। उन्हें ऐसा नहीं लगता कि भाजपा ऐसे लोगों को रखती होगी। वह झूठ बोल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना महिलाओं का सम्मान कर रहे हैं।
विधायक मो. हसन रूमी ने कहा- सीधे तौर पर आपराधिक घटना
पुलिस आयुक्त को तहरीर देकर एक और मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। अब तो हद हो गई। धीरज चड्ढा ने मतदाताओं और हमारे नेता को अपमानित किया। मैंने अपने नाम से मुकदमा दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। उसका पता अब जेल ही होना चाहिए। उसका आधार कार्ड भी जेल का होना चाहिए। उसने दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को अपनी टिप्पणी से आघात पहुंचाया है। राजनीतिक पार्टियों के बीच तो विचारों की लड़ाई है। धीरज ने जो किया वह सीधे तौर पर आपराधिक घटना है। ऑडियो में सभी साक्ष्य हैं इसकी जांच करा ली जाए। उसने जो किया वह सही नहीं है, इसीलिए भाजपा ने भी उससे खुद को अलग कर लिया है।